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आप अपने मूत्राशय को पूरी तरह से खाली क्यों नहीं कर पा रहे हैं? कारण जानिए

अगर आप अपने मूत्राशय को पूरी तरह से खाली नहीं कर पा रहे हैं, तो यह बहुत दर्दनाक और पीड़ादायक होने के साथ-साथ काफी परेशानी और चिड़चिड़ेपन का कारण भी बन सकता है। आम तौर पर इसके लिए अनेक प्रकार के घरेलू नुस्खों की सहायता ली जाती है, हालांकि अगर इसे लगातार नकारा जाए और इस अवस्था पर ध्यान न दिया जाए, तो समय के साथ यह समस्या एक भयावह रूप ले सकती है। मूत्राशय को पूरी तरह खाली न कर पाने की समस्या को मूत्र प्रतिधारण भी कहा जाता है। जहां कुछ लोगों में मूत्र प्रतिधारण की समस्या एक आपातकालीन स्थिति के रूप में अचानक प्रकट हो सकती है, वहीं कुछ अन्य मरीजों में यह स्थिति समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ती है और अधिक गंभीर होती जाती है। आम तौर पर मूत्र प्रतिधारण की समस्या के पीछे गदूद ग्रन्थि का बढ़ा हुआ आकार जिम्मेदार होता है। यह लेख बढ़े हुए गदूद के कारण होने वाले मूत्र प्रतिधारण के संदर्भ में व्यापक जानकारी प्रस्तुत करता है। 

क्या होता है गदूद?

गदूद अथवा प्रास्टैट एक छोटी सी ग्रन्थि होती है, जो पुरुषों के लिंग और मूत्राशय के बीच में स्थित होती है। इसका मुख्य कार्य वीर्य को सुचारु रूप से स्त्रावित करने का होता है।  इस ग्रन्थि के आकार के बढ़ने की स्थिति में मूत्राशय और मूत्रमार्ग पर दबाव पड़ने लगता है, जिसके कारण पेशाब करने के तरीके और गुणवत्ता पर अनेक दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। गदूद का आकार बढ़ने की समस्या 50 वर्ष की आयु से अधिक वाले पुरुषों में आम होती जा रही है। हालांकि यह आमतौर पर किसी गंभीर स्वास्थ्य हानि की ओर इंगित नहीं करती, किन्तु यह समस्या अपने आप में एक सामान्यतः स्वस्थ व्यक्ति के जीवन स्तर को प्रभावित कर सकती है। आम तौर पर कई पुरुषों को यह भय सताता है कि यदि उनका गदूद बढ़ गया है, तो यह गदूद के कैंसर का लक्षण है, हालांकि सत्य यह है कि बढ़े हुए गदूद के मरीजों में कैंसर का खतरा सामान्य गदूद वाले लोगों की तुलना में अधिक नहीं होता है। 

 

क्या हैं गदूद के आकार बढ़ने के लक्षण?

गदूद के आकार में बढ़ोत्तरी से मूत्र की नली में दबाव पड़ने लगता है, जिसके कारण पेशाब करने में अनेक तरह की समस्याएं आ सकती हैं। इनमें से कुछ समस्याएं आम तौर पर अधिकतर मरीजों में देखी जा सकती हैं। मूत्राशय को पूरी तरह से खाली करने में कठिनाई आना भी इन्हीं लक्षणों में से एक महत्वपूर्ण लक्षण है। कुछ अन्य आम लक्षण निम्नलिखित हैं:

  1. पेशाब शुरू करने में कठिनाई आना 
  2. पेशाब का रुक-रुक कर आना
  3. पेशाब करते समय जलन या दर्द होना
  4. बार-बार पेशाब करने की आवश्यकता पड़ना 
  5. शरीर में दर्द 
  6. बुखार एवं ठंड लगना 

 

इन लक्षणों की गंभीरता अलग-अलग मरीजों में विभिन्न स्तरों पर हो सकती है। कुछ पुरुषों में इन लक्षणों की तीव्रता अधिक नहीं होती, और उन्हें किसी विशेष उपचार अथवा सहायता की आवश्यकता नहीं पड़ती। वहीं कुछ मामलों में इन लक्षणों की गंभीरता बहुत बढ़ सकती है, जिसके कारण चिकित्सकीय सहायता और परामर्श की आवश्यकता पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में ये अत्यधिक तकलीफदेह साबित हो सकता है। 

 

गदूद का आकार बढ़ने के क्या कारण हैं?

पुरुषों में गदूद का आकार बढ़ने के लिए उनके हॉर्मोन्स काफी हद तक जिम्मेदार होते हैं। उम्र बढ़ने के साथ इन हॉर्मोन्स में अनेक परिवर्तन आते हैं, जिसके कारण गदूद का आकार बढ़ सकता है। बढ़े हुए गदूद के लक्षणों के आने की स्थिति में मूत्र परीक्षण के साथ कुछ अन्य परीक्षणों की भी आवश्यकता पड़ सकती है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि गदूद का आकार बढ़ा हुआ है या नहीं। इन परीक्षणों में Uroflowmetry और Urodynamics जैसे टेस्ट शामिल हैं। 

 

क्या गदूद का आकार बढ़ने के कारण अन्य समस्याएं आ सकती हैं?

यदि गदूद का आकार बढ़ जाए और समय पर उसका उपचार न किया जाए तो यह अनेक समस्याओं का कारण बन सकता है। जहां इसकी अनदेखी करने से एक ओर मूत्र मार्ग में संक्रमण हो सकता है, तो वहीं जीर्ण और तीव्र मूत्र प्रतिधारण की समस्या भी सामने आ सकती है। इसके अतिरिक्त आम जीवनशैली में भी बढ़े हुए गदूद के कारण होने वाले मूत्र प्रतिधारण के कारण रोजमर्रा के कामों में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इस समस्या का सही समय पर सही इलाज किया जाना अति आवश्यक है। 

 

बढ़े हुए गदूद का उपचार 

आम तौर पर गदूद का आकार बढ़ने के बाद होने वाले उपचार मरीज के लक्षणों को गंभीरता पर निर्भर करते हैं। यदि मरीज के लक्षण अधिक गंभीर नहीं हैं और वो अपने दैनिक जीवन के क्रियाकलाप सहजता से कर पा रहे हैं, तो उन्हें मात्र कुछ आवश्यक दवाइयों का सुझाव दिया जाता है। आम तौर पर हल्के और सामान्य लक्षणों के मामलों में डॉक्टर द्वारा मरीज को जीवनशैली और खान पान में कुछ परिवर्तनों का सुझाव दिया जाता है। हालांकि, कुछ गंभीर मामलों में सर्जरी और विशेष थेरेपी की आवश्यकता पड़ सकती है। 

 

क्या है Rezum Water Vapour Therapy?

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