
*Read in English: Osteoarthritis: Causes, Symptoms & Treatment Options
ऑस्टियोआर्थराइटिस (OA) गठिया का सबसे आम प्रकार है। यह तब विकसित होता है जब आपके जोड़ों को ढकने वाली कार्टिलेज (उपास्थि) क्षतिग्रस्त हो जाती है या धीरे-धीरे घिस जाती है, जिससे हड्डियां हिलने-डुलने पर आपस में रगड़ खाती हैं। भारत में ऑस्टियोआर्थराइटिस की दर दुनिया में सबसे अधिक है, जहां 62 मिलियन से अधिक लोग इस बीमारी से प्रभावित हैं।
इस ब्लॉग में हम ऑस्टियोआर्थराइटिस क्या है, इसके कारण, लक्षण और उपचार के विकल्पों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
ऑस्टियोआर्थराइटिस क्या है?
ऑस्टियोआर्थराइटिस (OA) गठिया के सबसे आम प्रकारों में से एक है (यह एक दीर्घकालिक स्थिति है जो आपके जोड़ों को प्रभावित करती है)। यह एक अपक्षयी जोड़ रोग (Degenerative Joint Disease) है, जो तब होता है जब हड्डियों के बीच मौजूद कार्टिलेज क्षतिग्रस्त हो जाती है।
सामान्यतः, आपकी हड्डियों के सिरे एक मजबूत लेकिन चिकनी कार्टिलेज की परत से सुरक्षित रहते हैं। यह कार्टिलेज शॉक एब्जॉर्बर और लुब्रिकेंट – दोनों की तरह काम करती है, जिससे हड्डियां बिना रगड़ के आसानी से हिल-डुल पाती हैं।
लेकिन जब आपको ऑस्टियोआर्थराइटिस होता है, तो समय के साथ आपके जोड़ों की कार्टिलेज खराब होने लगती है। जब कार्टिलेज घिस जाती है, तो हड्डियों के बीच कोई सुरक्षा परत नहीं बचती और हिलने-डुलने पर वे आपस में टकराने लगती हैं।
इससे काफी असुविधा, चलने-फिरने की क्षमता में कमी, जकड़न, दर्द और सूजन हो सकती है।
ऑस्टियोआर्थराइटिस एक से अधिक जोड़ों में हो सकता है, लेकिन यह सबसे अधिक निम्न जोड़ों को प्रभावित करता है:
- हाथ
- घुटने
- गर्दन (सर्वाइकल स्पाइन)
- कूल्हे
- कमर का निचला हिस्सा (लम्बर स्पाइन)
ऑस्टियोआर्थराइटिस के प्रकार
विशेषज्ञ आपकी स्थिति को मुख्य रूप से निम्न दो प्रकारों में वर्गीकृत कर सकते हैं:
प्राथमिक ऑस्टियोआर्थराइटिस (Primary Osteoarthritis):
यह ऑस्टियोआर्थराइटिस का सबसे आम प्रकार है। यह आमतौर पर उम्र के साथ कार्टिलेज के प्राकृतिक घिसाव (wear and tear) के कारण होता है।
द्वितीयक ऑस्टियोआर्थराइटिस (Secondary Osteoarthritis):
यह तब होता है जब किसी चोट या आघात के कारण कार्टिलेज को सीधा नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा, अन्य प्रकार के गठिया भी कार्टिलेज को इतना नुकसान पहुंचा सकते हैं कि ऑस्टियोआर्थराइटिस विकसित हो जाए।
ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण
ऑस्टियोआर्थराइटिस का मुख्य कारण कार्टिलेज का प्राकृतिक रूप से घिसना है। हालांकि, कुछ ऐसे कारक भी हैं जो सीधे आपके जोड़ों को नुकसान पहुंचाकर OA का कारण बन सकते हैं, जैसे:
- गिरना
- खेल के दौरान चोट लगना
- सड़क दुर्घटनाएं
इसके अतिरिक्त, गठिया के कुछ अन्य प्रकार भी ऑस्टियोआर्थराइटिस का कारण बन सकते हैं, जैसे:
- गाउट
- रूमेटॉइड आर्थराइटिस
- सोरियाटिक आर्थराइटिस
ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षण
ऑस्टियोआर्थराइटिस के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- जोड़ों में जकड़न
- जोड़ों में दर्द (खासकर जब जोड़ हिलाए जाएं)
- मूवमेंट और लचीलापन कम होना
- जोड़ों के आसपास सूजन
- उन्नत अवस्था में जोड़ों की अस्थिरता
- जोड़ों की विकृति (टेढ़े-मेढ़े या मुड़े हुए जोड़)
ऑस्टियोआर्थराइटिस के जोखिम कारक
कुछ ऐसे कारक जो ऑस्टियोआर्थराइटिस होने के जोखिम को बढ़ाते हैं:
- अधिक वजन या मोटापा
- उच्च कोलेस्ट्रॉल
- मधुमेह (डायबिटीज)
- जोड़ों को प्रभावित करने वाली ऑटोइम्यून बीमारियां
ऑस्टियोआर्थराइटिस का उपचार
ऑस्टियोआर्थराइटिस का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन कुछ उपायों से इसके लक्षणों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। कुछ मामलों में एक ही उपचार पद्धति से राहत मिल सकती है, जबकि अन्य मामलों में कई तरीकों का संयोजन आवश्यक हो सकता है। आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले उपचार विकल्प इस प्रकार हैं:
- ओवर-द-काउंटर दवाएं (मुंह से लेने वाली गोलियां या लगाने वाली जैल/मलहम) – दर्द से राहत और सूजन कम करने के लिए।
- फिजियोथेरेपी – नियमित व्यायाम और मूवमेंट से जोड़ों की जकड़न कम होती है और मांसपेशियों की ताकत बढ़ती है।
- गर्म और ठंडी सिकाई (Heat & Cold Therapy) – दर्द और जकड़न कम करने में मदद करती है।
- जॉइंट इंजेक्शन – त्वरित और अल्पकालिक सूजन-रोधी राहत के लिए डॉक्टर इंजेक्शन का उपयोग कर सकते हैं।
- सर्जरी – अधिकांश लोग प्रबंधन तकनीकों की मदद से आरामदायक जीवन जी सकते हैं, लेकिन कुछ गंभीर मामलों में सर्जरी ही एकमात्र विकल्प होती है। जब अन्य कोई उपचार प्रभावी न हो, तो डॉक्टर आमतौर पर जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की सलाह देते हैं।
नोट: यदि ऑस्टियोआर्थराइटिस का समय रहते पता चल जाए और गैर-इनवेसिव उपचारों से प्रबंधन किया जाए, तो सर्जरी की आवश्यकता नहीं भी पड़ सकती है।
डॉक्टर से कब मिलें?
जैसे ही ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी नजर आए, आपको तुरंत किसी विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए। हल्का-सा जोड़ दर्द भी किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। यदि दर्द कुछ दिनों से अधिक समय तक बना रहे, तो चिकित्सा सहायता लेने में देरी न करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. ऑस्टियोआर्थराइटिस किस उम्र में शुरू होता है?
ऑस्टियोआर्थराइटिस आमतौर पर 55 वर्ष की आयु के बाद विकसित होता है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि इसके लक्षण दिखने से काफी पहले ही OA विकसित हो सकता है। यही कारण है कि 55 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए नियमित स्वास्थ्य जांच की सलाह दी जाती है।
2. क्या ऑस्टियोआर्थराइटिस होने पर मैं सामान्य जीवन जी सकता/सकती हूं?
सही प्रबंधन रणनीतियों और सहयोग के साथ आप एक सामान्य और आरामदायक जीवन जी सकते हैं। यह जरूरी नहीं कि यह स्थिति समय के साथ हमेशा बिगड़ती ही जाए। समय पर पहचान और सही उपचार दर्द-मुक्त जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
3. क्या ऑस्टियोआर्थराइटिस में चलना (वॉकिंग) फायदेमंद है?
हां, ऑस्टियोआर्थराइटिस में चलना एक बेहतरीन शारीरिक गतिविधि है। नियमित वॉक करने से जोड़ों की जकड़न, सूजन और दर्द कम हो सकता है। अन्य उपचार विकल्पों के साथ मिलकर चलना जोड़ों की मूवमेंट और लचीलापन बढ़ाने में भी मदद करता है।
